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तुम्हारे लिखने में बड़ा हौसला है।

मेरे जीवन के गीत भी तुम्हीं ने लिखे
प्रणय के स्वप्न तुमने ही अंकित कर दिए
और हृदय के उन तारों को, जो
वर्षों से सोये पड़े थे, तुमने ही
अपनी लेखनी से झंकृत कर दिया।

तुम्हारे लिखने में युगों-युगों की प्यास है
पर आतुरता नहीं,
तुम्हारे लिखने में दृढ़ता है
अनंतकाल की गति की।

तुमने लिखा समाज की
अतिरंजना को पददलित कर,
निहार कर भर आँख
अपनी विचार अभिव्यंजना को
और उतार कर अपने अंतस में
जीवन का विंहसित और सुरभित रूप।

तुम्हारा लिखना
जीवन को सजाना, निहारना
उसमें खो जाना है।

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Last Update: June 19, 2021

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