दिन गये, तो ठीक न गये, रुके रहे तो और भी ठीक। रात गयी, तो ठीक न…
विश्वास के घर में अमरुद का एक पेंड़ था एक दिन उस पेंड़ की ऊँची फ़ुनगी पर…
Illustration, presumably meant to be of the author (Photo credit: Wikipedia) Geetanjali: Tagore Life of my…
Marigold (Photo credit: soul-nectar) कहता है विरहित मन, कर ले तू कोटि जतन रुकना अब हाय नहीं,…
Woman (Source: in.com) देखा मैंने, चल रही थी ‘बस’। विचार उद्विग्न हो आये विस्तार के लिये संघर्ष…
‘आशीष जी‘ से पूछकर अपने ब्लॉग ‘नया प्रयत्न‘ को इस ब्लॉग में विलयित कर चुका हूँ ।…