इसी ब्लॉग पर पहले से प्रकाशित रचनाओं के वीडियो बनाने प्रारम्भ किए हैं मैंने। शुरुआत में कुछ कवितायें ही अपलोड करने का विचार था, पर बाद में कुछ महत्वपूर्ण लेख, कुछ मेरे ललित निबंध, कुछ भोजपुरी रचनाएँ अपलोड करने का मन बन गया। एक निष्क्रिय यूट्यूब चैनल में तनिक सांस आयी और कुछ कम्पन हुए।
रम्यांतर नाम का यूट्यूब चैनल अब इस तरह की साहित्यिक रचनाओं के वीडियो आप तक पहुंचाएगा। कुछ रचनाएँ मेरी होंगी, कुछ बाबूजी की, कुछ प्रसिद्ध साहित्यकारों की प्रसिद्ध रचनाएँ होंगी। यह रचनाएँ मेरी प्रिय होंगी, पर बहुतों के मन भाएंगी। अगर चैनल चल निकला तो अपनी गति भी सधेगी, तनिक तेज भी रहेगी। आज प्रस्तुत है इसी ब्लॉग पर पूर्व प्रकाशित रचना ‘याद कर रहा हूँ तुम्हें सँजो कर अपना एकांत‘ का वीडियो स्वरूप। स्वर मेरा है, सारा उद्यम भी मेरा ही है –
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