प्यार और मुक्त हृदय
वह तुम्हारामुक्त हृदय थाजिसने मुझे प्यार काविश्वास दिया,मैं तुम्हें प्यार करने लगा। मैं तुम्हें प्यार करता थाअपनी समस्त जड़ता सेऊपर…
वह तुम्हारामुक्त हृदय थाजिसने मुझे प्यार काविश्वास दिया,मैं तुम्हें प्यार करने लगा। मैं तुम्हें प्यार करता थाअपनी समस्त जड़ता सेऊपर…
ओ प्रतिमा अनजानी, दिल की सतत कहानी कहता हूँ निज बात सुहानी, सुन लो ना। डूबा रहता था केवल जीवन…
Source: http://antoniogfernandez.com मेरा प्रेम कुछ बोलना चाहता है । कुछ शब्द भी उठे थे, जिनसे अपने प्रेम की सारी बातें…
प्रेम पत्रों का प्रेमपूर्ण काव्यानुवाद: छ: इस छलना में पड़ी रहूँ यदि तेरा कहना एक छलावा। तेरे शब्द मूर्त हों…
प्रेमिका ने कहा था-“प्यार करते हो मुझसे?” प्रेमी ने कहा-“प्यार करने की वस्तु नहीं। मैं प्यार ’करता’ नहीं, ’प्यार-पूरा’ बन…
प्रेम पत्रों का प्रेमपूर्ण काव्यानुवाद: पाँच Capture of Love Letters अब तक जो मैं हठ करती थी, हर इन्सान अकेला…