होली, होली, होली
मुझे वहीं ले चलो मदिर मन जहाँ दिवानों की मस्त टोली होली, होली, होली। कभी भंग मे, कभी रंग में,…
मुझे वहीं ले चलो मदिर मन जहाँ दिवानों की मस्त टोली होली, होली, होली। कभी भंग मे, कभी रंग में,…
नल: (उसकी बाहें पकड़कर सम्हालते हुए तथा आँसू पोंछते हुए) सुकुमारी! रोना अशुभ है, अतः मत रोओ। यदि मेरे अपराध…
सौन्दर्य लहरी आदि शंकर की अप्रतिम सर्जना का अन्यतम उदाहरण है। निर्गुण, निराकार अद्वैत ब्रह्म की आराधना करने वाले आचार्य…
Geetanjali: Rabindra Nath Tagore Tagore by Chiranjit Mitra (CC BY-NC-ND 3.0) Let only that little be left of me whereby…
आचार्य शंकर की विशिष्ट कृति सौन्दर्य लहरी के पठन क्रम में इस स्तोत्र-रचना निर्वाण षटकम् से साक्षात हुआ था ।…
सौन्दर्य लहरी संस्कृत के स्तोत्र-साहित्य का गौरव-ग्रंथ व अनुपम काव्योपलब्धि है। आचार्य शंकर की चमत्कृत करने वाली मेधा का दूसरा…