शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (ग्यारह)

By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक स्तुति नयनों के नीर से लिखी हुई पाती है। इसकी भाव भूमिका अनमिल है, अनगढ़ है, अप्रत्याशित है।…

ग़ज़ल – चाँदनी या मुख़्तसर सी धूप लाना

By Himanshu Pandey

नज़र में भरकर नज़र कुछ सिमट जाना, भूलना मत।देखना होकर मगन फिर चौंक जाना, भूलना मत। मौज़ खोकर ज़िन्दगी ग़र…

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