Poetry

102   Articles in this Category
Explore

ग़ज़ल – चाँदनी या मुख़्तसर सी धूप लाना, भूलना मत

By Himanshu Pandey

नज़र में भरकर नज़र कुछ सिमट जाना, भूलना मत। देखना होकर मगन फिर चौंक जाना, भूलना मत। मौज़ खोकर ज़िन्दगी…

सुबह की प्रार्थना : निस्सीम ईजीकेल

By Himanshu Pandey

जितना मेरा अध्ययन है उसमें भारतीय अंग्रेजी लेखकों में निस्सीम ईजीकेल का लेखन मुझे अत्यधिक प्रिय है। ईजीकेल स्वातंत्र्योत्तर भारतीय…

Exit mobile version