23 Comments दोनों हाँथ जोड़कर… By Himanshu Pandey July 9, 2009 मैं अपनी कवितायेंतुम्हें अर्पित करता हूँजानता हूँकि इनमें खुशियाँ हैंऔर प्रेरणाएँ भीजो यूँ तो सहम जाती हैंघृणा…