हम सबके
अपने-अपने
अलग-अलग ईश्वर
कानाफूसी किया करते हैं।

क्या संसार के 
हम सभी लोगों को
चुप नहीं हो जाना चाहिये-
जैसा ’इमरसन’ कहता है-
कि हम ईश्वर की
कानाफूसियाँ सुन सकें!

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Last Update: June 19, 2021

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