कविता लम्बी है, पर क्या करुँ कहानी है: दो

By Himanshu Pandey

नीचे की कविता, कविता नहीं, कहानी है। नीतू दीदी की कहानी कह रहा हूँ मैं। मेरे कस्बे के इकलौते राष्ट्रीयकृत…

अँधेरी रात में दीपक जलाए कौन बैठा है?

By Himanshu Pandey

बड़ी घनी तिमिरावृत रजनी है। शिशिर की शीतलता ने इस अँधेरी रात को अतिरिक्त सौम्यता दी है। सबकी पलकों को…

कविता लम्बी है, पर क्या करुँ कहानी है: एक

By Himanshu Pandey

नीचे की कविता, कविता नहीं, कहानी है। नीतू दीदी की कहानी कह रहा हूँ मैं। मेरे कस्बे के इकलौते राष्ट्रीयकृत…

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