करुणावतार बुद्ध: आठ
करुणावतार बुद्ध- 1, 2, 3, 4, 5 ,6, 7 के बाद प्रस्तुत है आठवीं कड़ी… ब्राह्मण: इतनी विकलता क्यों वैरागी?…
नाटक श्रेणी के अन्तर्गत भारतवर्ष के महानतम चरित्रों के जीवन एवं उनके जीवन की घटनाओं पर आधारित एकांकी व नाटक श्रेणीबद्ध हैं। सच्चा शरणम् पर महापुरुषों, प्रेरक चरित्रों एवं महनीय ऐतिहासिक व्यक्तित्वों पर आधारित नाटक प्रकाशित हैं। महात्मा बुद्ध, सावित्री-सत्यवान, कृष्ण सुदामा, सत्य हरिश्चन्द्र एवं नल दमयन्ती के चरित्र को केन्द्र बनाकर विशिष्ट प्रस्तुतियाँ इस ब्लॉग की उपलब्धि हैं।
करुणावतार बुद्ध- 1, 2, 3, 4, 5 ,6, 7 के बाद प्रस्तुत है आठवीं कड़ी… ब्राह्मण: इतनी विकलता क्यों वैरागी?…
करुणावतार बुद्ध- 1, 2, 3, 4, 5 ,6 के बाद प्रस्तुत है सातवीं कड़ी- पंचम दृश्य (राजकुमार सिद्धार्थ गहन निराशा और…
करुणावतार बुद्ध- 1, 2, 3, 4, 5 के बाद प्रस्तुत है छठीं कड़ी- करुणावतार बुद्ध सिद्धार्थ: यह कौन-सा अतलान्त स्पर्श…
करुणावतार बुद्ध- 1, 2, 3, 4 के बाद प्रस्तुत है पाँचवीं कड़ी- (चतुर्थ दृश्य ) (सिद्धार्थ तीव्र गति से चले…
पिछली प्रविष्टियों करुणावतार बुद्ध- एक, दो, तीन के बाद चौथी कड़ी- तृतीय दृश्य (यशोधरा का शयनकक्ष। रात्रि का प्रवेश काल…
करुणावतार बुद्ध सारथी: भूपाल! नगरी तो ऐसी सजी-सँवरी थी, जैसे अमरावती ही वहाँ उतर आयी हो। सुन्दरियाँ नृत्य-गीत में रत…