Audio

13   Articles in this Category
Explore

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (दो)

By Himanshu Pandey

माँ के काली स्वरूप की अभ्यर्थना के चार कवित्त पुनः प्रस्तुत हैं। इस भोजपुरी स्तुति काव्य में शुरुआत के आठ…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (एक)

By Himanshu Pandey
9 Min Read

जीवन में ऐसे क्षण अपनी आवृत्ति करने में नहीं चूकते जब जीवन का केन्द्रापसारी बल केन्द्राभिगामी होने लगता है। मेरे…

सखिया आवा उड़ि चलीं – अर्चना जी ने गाया

इसी ब्लॉग पर मेरी इस प्रविष्टि में मैंने और चारुहासिनी ने एक गीत सखिया आवा उड़ि चलीं ओही बनवा हो…

हाय दइया करीं का उपाय और सखिया आवा उड़ि चलीं..

By Himanshu Pandey

इधर संवाद-स्वाद, फिर अवसाद के कुछ क्षणों से गुजरते हुए चारुहासिनी की मनुहार से बाबूजी के लिखे कई गीत यूँ…

मैथिली शरण गुप्त के जन्मदिवस (3 अगस्त) पर

By Himanshu Pandey

हिन्दी साहित्य के उज्ज्वल नक्षत्र राष्ट्रकवि श्री मैथिली शरण गुप्त का जन्मदिवस है कल। प्रस्तुत है उनका प्रसिद्ध और विख्यात…

Exit mobile version