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क्यों न मेरा यह हृदय मूक-सा रहने दिया

By Himanshu Pandey

क्यों न मेरा यह हृदय मूक-सा रहने दिया? क्या करुँ उस अग्नि का निशि-दिन जले जो इस हृदय में क्या…

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