साल भर पहले जब वह एक हफ्ते के लिए मेरे घर आयी थी, उसे ‘ई-मेल’ करना सिखाया था- उसने समझा नहीं था कुछ भी, बस याद भर कर लिया था तरतीब से। मैंने सोचा क्षणिक उत्साह है- खेल-खेल में खेली गयी प्रतिबद्धता। पर आज जब वह कक्षा छः में पहुँच गयी होगी- उसने मुझे ‘ईमेल’ किया है। इसे बस ईमेल नहीं कहिए, यह शुभकामना है नये साल की।

यही है उसका शुभकामना संदेश

उसे अंगरेजी आ गयी? (मैंने कहा था उससे, “बड़े होकर अंगरेजी सीखना, तब आयेगा) क्या उसके गाँव में बिजली आने लगी? (उस वक्त तार थे, बिजली नहीं थी, ट्रांसफार्मर सालों से फूंका पडा था) क्या किसी ने कंप्यूटर रख लिया वहाँ? (साल भर पहले तक नहीं था), फ़िर इन्टरनेट कैसे मिला? (सात किलोमीटर दूर की बाजार में भी नहीं था साल भर पहले तक)।

पर आज उसने मुझे मेल किया है, साल भर बाद। अब वह पांचवीं में नहीं पढ़ती, छः में पढ़ती है। गाँव में बिजली तो आ गयी है, पर कंप्यूटर अभी भी नहीं। सात किमी० दूर ‘कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय’ में पढ़ते हुए कंप्यूटर पर अंगुलिया चलाती है- सरकारी योजना के तहत। पर वहाँ इन्टरनेट नहीं। वहीं पास की बाजार में बी०एस०एन०एल० ने ग्रामीण ब्रोड्बैंड विस्तार में नए कनेक्शन दिए हैं। वह सजग है। पता नहीं कैसे, पर वह मुझे मेल करती है (सब सीखा-सिखाया)–

H= ham
A= aap ko
P= pal
P= pal
Y= yaad karate hain
aur HAPPY rahate hain. HAPPY NEW YEAR 2009

क्या इससे सुंदर भी शुभकामना संदेश हो सकता है नए साल का? मैं खुश हूँ कि साल भर बाद भी उसे इमेल करना याद है, और मैं भी।

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Last Update: June 8, 2024