चौथी शरण की खोज
चौथी शरण क्या है? बच्चन का एक प्रश्न-चिह्न मस्तिष्क में कौंध रहा है, उत्तर की खोज है- “भूत केवल जल्पना…
चौथी शरण क्या है? बच्चन का एक प्रश्न-चिह्न मस्तिष्क में कौंध रहा है, उत्तर की खोज है- “भूत केवल जल्पना…
छायावादी कवियों की नवीन चेतना के प्रसार के परिणामस्वरूप छायावादी रूढ़ि विद्रोही नवीन युग बोध ने इन्हें समस्त रूढ़ि बन्धनों…
हम घोर आश्चर्य और निराशा के घटाटोप में घिर गये हैं। अपने पूर्वजों पर दृष्टि डालते हैं तो देखते हैं…
(Photo credit: MarianOne) आज फिर एक चहकता हुआ दिन गुमसुमायी सांझ में परिवर्तित हो गया, दिन का शोर खामोशी में…
दिन गये, तो ठीक न गये, रुके रहे तो और भी ठीक। रात गयी, तो ठीक न गयी, रुकी रही…
विश्वास के घर मेंअमरुद का एक पेड़ थाएक दिनउस पेड़ की ऊँची फ़ुनगी परएक उल्लू बैठा दिखा,माँ ने कहा- ‘उल्लू’पिता…