शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (सात)

By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक नयनों के नीर से लिखी हुई पाती है। इसकी भाव भूमिका अनमिल है, अनगढ़ है, अप्रत्याशित है।करुणामयी जगत…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (छः)

By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक भगवती पराम्बा के चरणों में वाक् पुष्पोपहार है। यह स्वतः के प्रयास का प्रतिफलन हो ऐसा कहना अपराध…

बतावत आपन नाम सुदामा: दो

By Himanshu Pandey

पिछली प्रविष्टि बतावत आपन नाम सुदामा: एक से आगे। इस प्रविष्टि में द्वारिकापुरी में सुदामा की उपस्थिति एवं सखा कृष्ण…

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