आत्म रामायण में प्रतीक: रावण के दस सिर और उन्हें काटने वाले बाण
मेरे एक मित्र यूँ तो चिट्ठाकारी नहीं करते, पर चिट्ठा-चर्चा और अन्य चिट्ठे पढ़ते जरूर हैं। यद्यपि इन्हें पढ़ने का…
मेरे एक मित्र यूँ तो चिट्ठाकारी नहीं करते, पर चिट्ठा-चर्चा और अन्य चिट्ठे पढ़ते जरूर हैं। यद्यपि इन्हें पढ़ने का…
मेरे जिले की एकमात्र संसदीय लोकसभा सीट चन्दौली के लिये नामांकन कार्यालय में एक प्रत्याशी, नाम तो बड़ा सुशोभन है…
आजकल चुनावों का महापर्व ठाठें मार रहा है। इस महापर्व के संवाद-राग में मैने वाक् वैदग्ध्य के प्रकार ढूंढे। माफी…
हम घोर आश्चर्य और निराशा के घटाटोप में घिर गये हैं। अपने पूर्वजों पर दृष्टि डालते हैं तो देखते हैं…
हमारे आर्य-साहित्य का जो प्रथम पुरुष है, अंग्रेजी का थर्ड पर्सन (Third Person), मैं उसकी तलाश में निकला हूँ। वह…
ऐसी मँहगाई है कि चेहरा हीबेंच कर अपना खा गया कोई।अब न अरमान हैं न सपने हैंसब कबूतर उड़ा गया…