शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (नौ)

By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक: स्तुति काव्य नयनों के नीर से लिखी हुई पाती है। इसकी भाव भूमिका अनमिल है, अनगढ़ है, अप्रत्याशित…

है महाराज प्रार्थना यही (गीतांजलि) – अर्चना चावजी का स्वर

By Himanshu Pandey

कुछ दिनों पहले गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की गीतांजलि के भावानुवाद के क्रम में उनके गीत ‘This is my prayer to thee..’…

सौन्दर्य लहरी (छन्द संख्या 76-80)

By Himanshu Pandey

सौन्दर्य लहरी का हिन्दी काव्य रूपांतर यदेतत्कालिन्दी तनुतरतरंगाकृति शिवेकृशे मध्ये किंचिज्जननि तव यद्भाति सुधियाम्विमर्दादन्योन्यं कुचकलशयोरन्तरगतं तनूभूतं व्योम प्रविशदिव नाभिं कुहरिणीम्॥76॥ यमुन…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (आठ)

By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य: 37-48  पूत भयों अस लोलक लइया सबै पुरुखा की बड़ाई बहाई माई की ड्यौढ़ी पै…

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