37 Comments तेहिं तर ठाढ़ि हिरनियाँ : सोहर By Himanshu Pandey December 15, 2009 अम्मा सोहर की पंक्तियाँ गुनगुना रही हैं – “छापक पेड़ छिउलिया कि पतवन गहवर हो…”। मन टहल…