यह ब्लॉग वर्ष 2008 से निरंतर गतिमान् है-कभी चटक, कभी मद्धिम।
विविध विषयों पर लिखा जाता रहा है इस ब्लॉग पर। साहित्य की विधाओं की खूब आँखमिचौनी है यहाँ। कविता तो इस ब्लॉग का प्राण है, पर आलेखों, निबन्धों व नाटकों ने इस ब्लॉग को जीवंत बनाया है। जीवन, संस्कृति, प्रेम, करुणा, सहभाग, सृष्टि, पर्यावरण, स्त्री और सौन्दर्य की अभिव्यक्ति है यहाँ- इसलिये ही तो यह रम्यांतर है।
Continue reading
Handpicked posts
राजा हरिश्चन्द्र: नाटक (एक)
इस ब्लॉग पर करुणावतार बुद्ध नामक नाट्य-प्रविष्टियाँ मेरे प्रिय और प्रेरक चरित्रों के जीवन-कर्म आदि को आधार बनाकर लघु नाटिकाएँ प्रस्तुत करने का प्रारंभिक प्रयास थीं। यद्यपि अभी भी अवसर बना तो बुद्ध के जीवन की अन्यान्य घटनाओं को समेटते...
View more