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October 2014

नाटक, सुदामा

बतावत आपन नाम सुदामा: तीन

इस प्रविष्टि में कृष्ण सुदामा का मिलन है, भाव की अजस्र धारा है। पिछली प्रविष्टियों  ’बतावत आपन नाम सुदामा – एक और दो से आगे। कृष्ण सुदामा का मिलन (प्रहरी राजमहल में प्रवेश करता है। प्रभु मखमली सेज पर शांत…