गायत्री चक्रवर्ती स्पिवाक (Gayatri Chakravorty Spivak) को उत्तर-उपनिवेशवादी सिद्धान्त के क्षेत्र में उनके स्थायी योगदान के लिये जाना जाता है। उनकी आलोचनात्मक कृतियों में अनेकों लेख, पुस्तकें, साक्षात्कार और अनुवाद सम्मिलित हैं, जिनका क्षेत्र उत्तर-संरचनावादी विचार और साहित्यिक आलोचनाओ से…