१. (राग केदार) पकरि बस कीने री नँदलाल। काजर दियौ खिलार राधिका, मुख सों मसलि गुलाल॥ चपल…
जितना मेरा अध्ययन है उसमें भारतीय अंग्रेजी लेखकों में निस्सीम ईजीकेल का लेखन मुझे अत्यधिक प्रिय है।…
प्रायः ऐसा होता है कि फेसबुक पर देखी पढ़ी गयी प्रविष्टियों पर कुछ कहने का मन हो…
होली में कुछ मेरी भी सुन। मन, मत अपने में ही जल भुन ।। जब शोभित नर्तित…
मुझे वहीं ले चलो मदिर मन जहाँ दिवानों की मस्त टोली होली, होली, होली। कभी भंग मे,…
ऋग्वेद के दसवें मण्डल के मंत्रों (सूक्त ३०-३४) का रचयिता कवष ऐलुष को माना जाता है। कवष…