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Article | आलेख

सच्चा शरणम् ब्लॉग पर प्रकाशित सभी आलेख Article | आलेख श्रेणी के अन्तर्गत वर्गीकृत हैं। विभिन्न विषयों पर आधारित आलेख, रचनाकारों के परिचय एवं अवदान पर आधारित आलेख, रचनाओं की समीक्षा, ब्लॉग एवं ब्लॉगरी पर आधारित आलेख इत्यादि इस श्रेणी के अन्तर्गत उपश्रेणियों में वर्गीकृत हैं।

General Articles, Hindi Blogging

हिन्दी ब्लॉग लेखन: टिप्पणीकारी: Sow the wind and reap the whirlwind

पिछली प्रविष्टि का शेष . “Sow the wind and reap the whirlwind” की प्रवृत्ति ने भी टिप्पणीकारी का चरित्र बहुत अधिक प्रभावित किया है । यह अनुभव भी बहुत कुछ प्रेरित करता रहा टिप्पणीकारी पर लिखने के लिये । मन…

General Articles, Hindi Blogging

हिन्दी ब्लॉग लेखन: टिप्पणीकारी: जो मन ने कहा

टिप्पणीकारी को लेकर सदैव मन में कुछ न कुछ चलता रहता है। नियमिततः कुछ चिट्ठों का अध्ययन और उन चिट्ठों पर और खुद के चिट्ठे पर आयी टिप्पणियों का अवलोकन बार बार विवश करता रहा है कुछ व्यक्त करने के…

General Articles, Religion and Spirituality

रावण की भुजाओं के अस्त्र-शस्त्र एवं अन्य प्रतीक

आत्म रामायण के प्रतीकों की चर्चा करती हुई कल की प्रविष्टि का शेष आज लिख रहा हूँ । रावण की भुजाओं के अस्त्र-शस्त्र एवं काटने वाले बाण अस्त्र-शस्त्र काटने वाले बाण कुबुद्धिक मान पाप-बाण विश्चासघात चक्र हिंसा-खड्ग परद्रोह नेजा(बघ नख)…

General Articles, Religion and Spirituality

रावण के दस सिर और उन्हें काटने वाले बाण

मेरे एक मित्र यूँ तो चिट्ठाकारी नहीं करते, पर चिट्ठा-चर्चा और अन्य चिट्ठे पढ़ते जरूर हैं। यद्यपि इन्हें पढ़ने का उनका शौक मेरे ही कम्प्यूटर से पूरा हो पाता है, क्योंकि मेरे कस्बे में दूसरी जगहों पर इण्टरनेट केवल व्यावसायिक…

Blog & Blogger, Hindi Blogging

चिट्ठाकार-चर्चा, चिट्ठा-चर्चा और चिट्ठा-चर्चा

आपने पढ़ी होगी। अगर नहीं पढ़ी, तो यह रही अरविन्द जी की चिट्ठाकार-चर्चा, इस चर्चा के एक कूट शब्द को अनावृत करती रचना जी की यह टिप्पणी और इस टिप्पणी पर थोड़ी और खुलती यह चिट्ठा-चर्चा। नहीं मालूम, अरविन्द जी…

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रीमा जी की ’बूढ़ी घोड़ी लाल लगाम’ और अरविन्द जी की टिप्पणी: कुछ मैं भी कहूँ

सबसे पहले स्पष्ट करूँ कि इस आलेख की प्रेरणा और प्रोत्साहन अरविन्द जी की टिप्पणी है, जो उन्होंने रीमा जी की प्रविष्टि पर की है। रीमा जी ने ’बूढ़ी घोड़ी लाल लगाम’ मुहावरे को वृद्ध-परिहास का मुहावरा मान लिया है।…

General Articles

जनता तुम्हारा जूता देख रही है

मेरे जिले की एकमात्र संसदीय लोकसभा सीट ’चन्दौली’ के लिये नामांकन कार्यालय में एक प्रत्याशी, नाम तो बड़ा सुशोभन है ’भागवत’ किन्तु करनी बड़ी भोथरी है, गधे पर बैठकर और जूते की माला पहनकर नामांकन करने गया। लोकतंत्र का इतना…

General Articles

वाक् वैदग्ध्य, हास्य और चुनाव का महापर्व

आजकल चुनावों का महापर्व ठाठें मार रहा है। इस महापर्व के संवाद-राग में मैने वाक् वैदग्ध्य के प्रकार ढूंढे। माफी मुझे पहले ही मिल जानी चाहिये यदि यह सब कुछ केवल बुद्धि का अभ्यास लगे। बात यह भी थी कि…

Blog & Blogger

अंग्रेजी में हिन्दी का रचना संसार : शुरुआत भर कर रहा हूँ

हिन्दी साहित्य की अबाध धारा निरन्तर प्रवाहित हो रही है और उसकी श्री वृद्धि निरन्तर दृष्टिगत हो रही है। हिन्दी साहित्य के विविध आयामों में इतना सबकुछ जुड़ता और संचित होता चला जा रहा है कि हमारी राष्ट्रभाषा का कोश…

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कृष्णचन्द्र बेरी : बनारस के प्रकाशन पुरुष

बनारस के प्रकाशन-संस्थानों में हिन्दी प्रचारक संस्थान एवं इसके प्रकाशक-निदेशक श्री कृष्णचन्द्र बेरी का एक विशेष महत्व है। महत्व मेरी दृष्टि में इसलिये है कि इस संस्थान ने मेरी पठन-रुचि को तुष्ट करने में बड़ी भूमिका निभायी है। मेरे जैसे…