आज देखा तुम्हें अन्तर के मधुरिल द्वीप पर ! निज रूपाकाश में मधुरिम प्रभात को पुष्पायित करती,…
विकल हूँ, पहचान लूँ मैं कौन-सी वह पीर है ! अभीं आया नहीं होता वसन्त तभीं उजाड़…
मृत्यु ! शलभ श्रीराम सिंह जन्म : 05-01-1938 मृत्यु : 22-04-2000 जन्म स्थान : मसोदा, जलालपुर, फैजाबाद…
मेरी अपनी एक ज़िद है रहने की, कहने की और उस ज़िद का एक फलसफ़ा । यूँ…
“बतलाओ माँ, बालमणि अम्मा मलयालम कविता की शीर्ष कवयित्री । प्रख्यात भारतीय अंग्रेजी साहित्यकार ’कमला दास’ की…
मुक्ति पर इतना विवाद, खुलेपन पर इतना हंगामा क्यों ? युग बीते, पर क्या तुम्हारी लोभ से…