बना रहे ये आदमी, बना रहे संवाद।
नये साल में रामजी, बना रहे ये भाव,
डूबे ना हरदम, रहे पानी ऊपर नाव ।
नये साल में रामजी, इतना रखना ख्याल,
पांव ना काटे रास्ता, गिरे न सिर पर डाल।
नये साल में रामजी, करना बेड़ा पार,
मंहगाई की मार से, रोये ना त्यौहार ।
नये साल में रामजी, कहीं न हो हड़ताल,
ज्यादातर हड़ताल के, अगुवा आज दलाल।
नये साल में रामजी, बिगड़े ना भूगोल,
गैस रसोईं को मिले, गाड़ी को पेट्रोल ।
नये साल में रामजी, सुख बांटे मेहमान,
ज्यों का त्यों साबुत मिले, घर का हर सामान।
नेताओं को रामजी, देना बुद्धि विवेक,
सबका मन हो आईना, नीयत सबकी नेक।
नये साल में रामजी, कटे न मेरी बात,
रंगों की सौगात में, खुशबू हो इफ़रात ।
नये साल में रामजी, पाजी जायें जेल,
बार-बार है प्रार्थना, मिले न उनको बेल।
नये साल में रामजी, दुहरायें ना भूल,
पास न हो प्रस्ताव फिर, कोई ऊलजलूल ।
नये साल में रामजी, सपने हों साकार,
साथ भगीरथ के चले, जैसे जल की धार ।
नये साल में रामजी, ना हो भारत बंद,
हरदम छाया ही रहे, पब्लिक मे आनंद ।
——————————————-
चित्र-स्रोत : गूगल
नये वर्ष का आह्वान आपने विख्यात कवि की कविता से किया है -आपका यह वर्ष काव्य सृजन के नए प्रतिमान स्थापित करे !
नया वर्ष मंगलमय हो सपरिवार !
नए साल में राम जी करेंगे बेड़ा पार उदासी मन काहे को करे….
नए साल में राम जी ब्लाग जगत हो शांत
बिना बात के न होवे उठा-पटक दिन रात
नए साल में राम जी बस ब्लागर हो एक जात
ब्लागर-ब्लागरा की न करें बिना बात के बात
बहुत सुन्दर कविता पढ़वा दी आपने हिमांशु जी…आभार…
नव वर्ष मंगलमय हो…!!!
आपको और आपके परिवार को नव वर्ष मंगलमय हो!
नव वर्ष में राम जी ब्लॉगजगत का भला करें ….
नव वर्ष की बहुत शुभकामनायें …!!
आपको नव वर्ष 2010 की हार्दिक शुभकामनाएं।
वाह -बहुत खूब .
नव वर्ष शुभ हो .
नया साल २०१० मुबारक हो !
उम्मीद ही नहीं विशवास है नया वर्ष आपके और आपके परिवार के लिए खुशियों भरा होगा /
साल दो हजार दस , नहीं कहेगा खुशियाँ और नहीं बस !
थैंक्स!
हिमांशु जी आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये.
सुख आये जन के जीवन मे यत्न विधायक हो
सब के हित मे बन्धु! वर्ष यह मंगलदयक हो.
(अजीत जोगी की कविता के अंश)
नववर्ष मंगलमय हो व आपको नव वर्ष 2010 की हार्दिक शुभकामनाएं।
सुन्दर प्रस्तुती ।
आप को ओर आप के परिवार को नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाए
आप और आपके परिवार को नववर्ष की सादर बधाई
नव वर्ष की नई सुबह
सच में राम जी भला करें ।
नव वर्ष मंगलमय हो ।
सहज, सरल और संदेशवाहक कविता के लिए बधाई. गौतम जी, हिमांशु जी तथा सभी पाठकों को मंगलमय हो ऐसी आशा और विश्वास के साथ .
सहज, सरल और संदेशवाहक कविता के लिए बधाई. गौतम जी, हिमांशु जी तथा सभी पाठकों को नव वर्ष २०१० मंगलमय हो ऐसी आशा और विश्वास के साथ .
नए साल में सब नया हो
सुनी जाए सबकी फरियाद
और
जिन्हें भूलने का भुलावा करते रहे हम
हरदम ताजा बनी रहे उनकी याद !
मौजूं कविता है। नया साल मुबारक।
नये वर्ष की शुभकामनाओं सहित
आपसे अपेक्षा है कि आप हिन्दी के प्रति अपना मोह नहीं त्यागेंगे और ब्लाग संसार में नित सार्थक लेखन के प्रति सचेत रहेंगे।
अपने ब्लाग लेखन को विस्तार देने के साथ-साथ नये लोगों को भी ब्लाग लेखन के प्रति जागरूक कर हिन्दी सेवा में अपना योगदान दें।
आपका लेखन हम सभी को और सार्थकता प्रदान करे, इसी आशा के साथ
डा0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर
जय-जय बुन्देलखण्ड
हैप्पी न्यू इयर -२०१०
नये साल में रामजी, इतनी-सी फरियाद,
बना रहे ये आदमी, बना रहे संवाद।
नये साल में रामजी, बना रहे ये भाव,
डूबे ना हरदम, रहे पानी ऊपर नाव ।
नये साल में रामजी, इतना रखना ख्याल,
पांव ना काटे रास्ता, गिरे न सिर पर डाल।
नये साल में रामजी, करना बेड़ा पार,
बहुत सुन्दर और सामयिक रचना. नए वर्ष में रामजी आपका भी मंगल करें!
जय राम जी की!
नया वर्ष हो सबको शुभ!
जाओ बीते वर्ष
नए वर्ष की नई सुबह में
महके हृदय तुम्हारा!
आमीन…..
sunder chayan man ko mudit kar gaya,
ramji karenge beda paar …..
sach kaha bhaya sabaka beda par ramji karate hai
bhagyoday organic.spotblog.com
bahut khub
bhagyodayorganic.spotblog.com
नर्सरी की कितनी ही राइम्स याद आ गयीं…एक कविता के तौर पर मुझे वें कवितायेँ बेहद सफल लगती हैं..जो बचपन से ही जबान पर चढ गयीं अनायास खेल-खेल में और ताउम्र याद रह जाती हैं कुछ मीठी-खट्टी यादों को संजोये..!
इस प्रस्तुत कविता में इतना ही ओज है मेरे भाई और नव वर्ष पर भी है तो..सकारात्मकता ही अजस्र है इसमें…!