द्रौपदी के पाँच पुरुषों की पत्नी होने पर बहुत पहले से विचार–विमर्श होता रहा है । अनेक…
पिछली प्रविष्टि का शेष . “Sow the wind and reap the whirlwind” की प्रवृत्ति ने भी टिप्पणीकारी…
टिप्पणीकारी को लेकर सदैव मन में कुछ न कुछ चलता रहता है। नियमिततः कुछ चिट्ठों का अध्ययन…
आत्म रामायण के प्रतीकों की चर्चा करती हुई कल की प्रविष्टि का शेष आज लिख रहा हूँ…
मेरे एक मित्र यूँ तो चिट्ठाकारी नहीं करते, पर चिट्ठा-चर्चा और अन्य चिट्ठे पढ़ते जरूर हैं। यद्यपि…
मेरे जिले की एकमात्र संसदीय लोकसभा सीट ’चन्दौली’ के लिये नामांकन कार्यालय में एक प्रत्याशी, नाम तो…