
आओ चलो, दीप रखते हैं (कविता)
आओ चलो, दीप रखते हैं कविता जीवन के हर उस कोने…
Arattai – संदेश और संवाद माध्यमों का स्वदेशी संस्करण
आत्मनिर्भर भारत के गुंजित स्वर में प्रधानमंत्री के स्वदेशी अपनाने के…
आशीष त्रिपाठी का काव्य संग्रह शान्ति पर्व
शान्ति पर्व पढ़ गया। किसी पुस्तक को पढ़ कर चुपचाप मन…
नवागत प्रविष्टियाँ
भारती तेरी जय हो (सरस्वती वंदना)
तेरी सुरभि वहन कर लायी शीतल मलय बयार,भारती तेरी जय हो!तेरी स्मृति झंकृत कर जाती उर वीणा के तारभारती तेरी…
रख दूंगा तुम्हारे सम्मुख आकाश, धरती, सूरज और प्रवाह (Video)
इसी ब्लॉग पर पहले से प्रकाशित रचनाओं के वीडियो बनाने प्रारम्भ किए हैं मैंने। शुरुआत में कुछ कवितायें ही अपलोड…
Diary-डायरी के कुछ पृष्ठ
Diary-डायरी के पन्ने ब्लॉग पर Diary-डायरी लिखने की आदत बचपन से है। नियमित-अनियमित डायरी लिखी जाती रही। यद्यपि इनमें बहुत…
The rain has held back for days and days
Original Text The rain has held backfor days and days, my God, in my arid heart. The horizon is fiercely naked-not…
आशा (कविता)
सुहृद!मत देखो-मेरी शिथिल मंद गति,खारा पानी आँखों का मेरे,देखो-अन्तर प्रवहितउद्दाम सिन्धु की धारऔर हिय-गह्वर कामधु प्यार। मीत!मत उलझो-यह जो उर…
बादल तुम आना (कविता)
विलस रहा भर व्योमसोममन तड़प रहायह देख चांदनीविरह अश्रु छुप जाँय, छुपानाबादल तुम आना ।। 1 ।। झुलस रहा तृण-पातऔर…