शील

तनिक पहचानें
उस शील को
जो डरता तो है
संसार की अनगिनत
अंधेरी राहों में चलते हुए
पर अपने मन में
और दूसरों की दृष्टि में
बनना चाहता है वीर
और इसलिये
गाने लगता है।