यूँ ही टहलते हुए नेट पर यहाँ पहुँच गया, शहनाई उस्ताद बिस्मिल्लाह खान और सितार के धुरंधर विलायत खान की जुगलबंदी में चैती धुन सुन कर अघा गया । आपके सामने ले आया हूँ ! सुनिये, रस पगिये ।
अभी कुछ दिन पहले ही अपने प्रिय संगीत-स्थल पर छन्नूलाल मिश्र जी की चैती का आनन्द ले चुका था, सोचा वह भी नत्थी कर दूँ ! आप भी अघाइये !
साभार –
चैती धुन(उस्ताद विलायत खां और उस्ताद बिस्मिल्ला खां): http://www.fmw11.net/
चैती (श्री छन्नूलाल मिश्र ):http://indianraga.blogspot.com/
सही में मजा आ गया…….
अब इन पहेलियों का मजा लें…..
………
विलुप्त होती… …..नानी-दादी की पहेलियाँ………परिणाम….. ( लड्डू बोलता है….इंजीनियर के दिल से….)
http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/blog-post_24.html
डाउनलोड पर लगा दिए हैं पिछ्ले एक घंटे में 0% हो चुका है। पूरा हो जाएगा तो सुन कर आएँगे टिपियाने 🙁 अरे मास्साब, ऐसा होमवर्क काहें दे देते हैं ?
एहि कारन बिटिया और आप का सह गायन भी नहीं सुन पाया – हाय दैया। एम पी 3 ईमेल कर देंगे प्लीज।
वाह भइया मज़ा ला दिए ,यह तो हमरा पसंदीदा है .
बहुत ही लोकप्रिय और फ़ेमस है यह. आनंद आगया इसे पुन: सुनकर.
रामनवमी की घणी रामराम.
रामराम.
रामनवमी की शुभकामनायें!
अच्छा लगा सुनकर..
रामनवमी की शुभकामनायें!
ओह!! आनन्दम आनन्दम!! बहुत आभार मित्र.
अच्छा लगा सुनकर आभार इस लिंक से परिचय करने का…
regards
वाह वाह आज की दिन की शुरुआत अच्छी हो रही है…
प्रस्तुति पसंद आयी ..
उस्ताद ( दोनों ) का तो कहना ही क्या !
और ,
छन्नूलाल जी का विश्लेषणात्मक – गायन बेजोड़ है ! आभार !
मजा आ गयल भईया चैती सुन के ।
का कहे के बिस्मिल्लाह खान अऊर विलायत खान के बाते मे।
कल उस्ताद विलायत खान और उस्ताद बिस्मिल्ला खान को सुना था. आज पंडित छन्नूलाल को सुन रही हूँ. चैती का अर्धशास्त्रीय रूप सुना था बिदेसिया फ़िल्म की कैसेट में…लता जी की आवाज़ में "बनि जैहौं बन कै जोगिनिया हो रामा, पिया के कनरनवा" और एक भोजपुरी फ़िल्म गंगा में मनोज तिवारी की आवाज़ में "सुतल सैंया के जगावै हो रामा, कोयलिया बेदर्दी" (आपको लगेगा कि कहाँ मैं इतने महान उस्तादों के बीच मनोज जी का नाम ले रही हूँ, हालांकि वैसे कभी मैं मनोज तिवारी को नहीं सुनती हूँ, पर उनका सम्मान करती हूँ क्योंकि उन्होंने भोजपुरी पर बड़ा शोध कार्य किया है)
…पर सच, मैं इतनी महान विभूतियों से चैती पहली बार सुन रही हूँ. आभार !!!
तनि चैती पर ही एक ठो लिन्क दे देते… थोडा लिख देते… अब हम ठहरे म्यूज़िकली चैलेन्ज्ड इन्सान.. 🙁 🙁
चलिये बिना जाने ही सुन लेते है..
आज जा कर सुन पायी ….
आभार ….
छन्नूलाल मिश्र जी को सुना। अपूर्व। धन्यवाद। रिकार्ड भी कर लिया।
बड़ा ही अच्छा अनुभव रहा|
आनंद आ गया, धन्यवाद!
sunder
sundar