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नवागत प्रविष्टियाँ

सावित्री: स्वप्न और औत्सुक्य

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

द्वितीय दृश्य (वन प्रान्तर का दृश्य। पक्षियों का मधुर संगीत गुंजायमान है। दूर मन्दिरों की घंटियाँ एवं शंख-ध्वनि सुनायी पड़…

कथा प्रसंग: जब शंकर के हृदय से सौन्दर्य लहरी फूट पड़ी

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

आचार्य शंकर की दिग्विजय का एक मर्मस्पर्शी कथा प्रसंग दृश्य प्रथम प्रत्यक्ष के लिए प्रमाण चाहते हो संन्यासी?” तांत्रिक अभिनव…

राजा हरिश्चन्द्र: नाटक (नौ)

नाट्य-प्रस्तुतियों के इसी क्रम में प्रस्तुत है अनुकरणीय चरित्र ’राजा हरिश्चन्द्र’ पर लिखी प्रविष्टियाँ। सिमटती हुई श्रद्धा, पद-मर्दित विश्वास एवं…

ग्रीष्म गरिमा: कवि सत्यनारायण- दो

ग्रीष्म शृंखला में ब्रजभाषा से निकली यह ग्रीष्म गरिमा  आपके सम्मुख है, कवि हैं अल्पज्ञात कवि सत्यनारायण। पहली कड़ी के…