आओ चलो, दीप रखते हैं (कविता)
आओ चलो, दीप रखते हैं कविता जीवन के हर उस कोने…
Arattai – संदेश और संवाद माध्यमों का स्वदेशी संस्करण
आत्मनिर्भर भारत के गुंजित स्वर में प्रधानमंत्री के स्वदेशी अपनाने के…
आशीष त्रिपाठी का काव्य संग्रह शान्ति पर्व
शान्ति पर्व पढ़ गया। किसी पुस्तक को पढ़ कर चुपचाप मन…
नवागत प्रविष्टियाँ
मत पूछना वही प्रश्न
अगर कभी ऐसा होकि कहीं मिल जाओ तुमतो पूछने मत लगनावही अबूझे, अव्यक्त प्रश्नअपने नेत्रों सेक्योंकि मेरी चुप्पीफ़िर तोड़ देगी,व्यथित…
हरिवंश राय बच्चन: संदेह यहाँ जन-जन के
मधुशाला व बच्चन पर फतवे की आंच अभी धीमी नहीं पड़ी होगी। हरिवंश राय बच्चन होते तो ऐसे फतवों के…
हिन्दी ब्लॉग लेखन : विरुद्धों का सामंजस्य
हिन्दी ब्लॉग लेखन के कई अंतर्विरोधों में एक है सोद्देश्य, अर्थयुक्त एवं सार्वजनीन बन जाने की योग्यता रखने वाली प्रविष्टियों,…
काश! मेरा मन (कविता)
काश! मेरा मनसरकंडे की कलम-सा होताजिसे छील-छाल कर,बना करभावना की स्याही में डुबाकरमैं लिखताकुछ चिकने अक्षरमोतियों-से,प्रेम के। अतिरिक्त कविता लिंक:…
रचना का स्वान्तःसुख, सर्वान्तःसुख भी है
बिना किसी बौद्धिक शास्त्रार्थ के प्रयोजन से लिखता हूँ अतः ‘हारे को हरिनाम’ की तरह हवा में मुक्का चला लेता…
कुन्नू सिंह का ‘कुन्नू ब्लॉग’
इस नज़ाकत का बुरा हो, वो भले हैं तो क्या।हाथ आयें तो उन्हें हाथ लगाये न बने॥ कुन्नू सिंह तकनीकी…
