कवि समय की प्रसिद्धियों में अशोक वृक्ष के साथ सर्वाधिक उल्लिखित प्रसिद्धि है बकुल वृक्ष का कामिनियों…
Here is thy foot stool and there restthy feet where live the poorest,and lowliest, and lost. When…
अप् सूक्त : [जल देवता ]ऋचा –शं नो देवीर् अभिष्टय आपो भवन्तु पीतयेशं योर् अभिस्रवन्तु नः ….-…
राखी बीत गयी। बहुत कुछ देखा, सुना, अनुभूत किया- पर एक दृश्य अनावलोकित रह गया, एक अनुभव…
मैं चिट्ठाकार हूँ, पर … हिन्दी ब्लॉगिंग के धुरंधर लिक्खाड़ों की लेखनी पर सहज प्रकाश डालने का…
हिन्दी साहित्य के उज्ज्वल नक्षत्र राष्ट्रकवि श्री मैथिली शरण गुप्त का जन्मदिवस है कल। प्रस्तुत है उनका…