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नवागत प्रविष्टियाँ

सौन्दर्य लहरी (छन्द संख्या 81-87)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

सौन्दर्य लहरी का हिन्दी काव्य रूपांतर करीन्द्राणां शुण्डान् कनककदलीकाण्डपटली-मुभाभ्यामूरुभ्यामुभयमपि निर्जित्य भवति।सुवृत्ताभ्यां पत्युः प्रणतिकठिनाभ्यां गिरिसुतेविधिज्ञे जानुभ्यां विबुधकरिकुम्भद्वयमसि॥81॥करिवरों के शुण्ड कोकंचन कदलि…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (दस)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक शैलबाला शतक नयनों के नीर से लिखी हुई पाती है। इसकी भाव भूमिका अनमिल है, अनगढ़ है, अप्रत्याशित…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (नौ)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक: स्तुति काव्य नयनों के नीर से लिखी हुई पाती है। इसकी भाव भूमिका अनमिल है, अनगढ़ है, अप्रत्याशित…

है महाराज प्रार्थना यही (गीतांजलि) – अर्चना चावजी का स्वर

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

कुछ दिनों पहले गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की गीतांजलि के भावानुवाद के क्रम में उनके गीत ‘This is my prayer to thee..’…

सौन्दर्य लहरी (छन्द संख्या 76-80)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

सौन्दर्य लहरी का हिन्दी काव्य रूपांतर यदेतत्कालिन्दी तनुतरतरंगाकृति शिवेकृशे मध्ये किंचिज्जननि तव यद्भाति सुधियाम्विमर्दादन्योन्यं कुचकलशयोरन्तरगतं तनूभूतं व्योम प्रविशदिव नाभिं कुहरिणीम्॥76॥ यमुन…