आओ चलो, दीप रखते हैं (कविता)
आओ चलो, दीप रखते हैं कविता जीवन के हर उस कोने…
Arattai – संदेश और संवाद माध्यमों का स्वदेशी संस्करण
आत्मनिर्भर भारत के गुंजित स्वर में प्रधानमंत्री के स्वदेशी अपनाने के…
आशीष त्रिपाठी का काव्य संग्रह शान्ति पर्व
शान्ति पर्व पढ़ गया। किसी पुस्तक को पढ़ कर चुपचाप मन…
नवागत प्रविष्टियाँ
On the day when the lotus bloomed
On the day when the lotus bloomed is a poem written by Rabindranath Tagore, a prominent Indian poet and philosopher…
बहुत दूर नहीं, बहुत पास
(१) बहुत दूर नहींबहुत पास..कहकर तुमने बहका दियामैं बहक गया। (२)एक,दो,तीन…नहींशून्य मूल्य-सत्य हैकहाफिर अंक छीन लिएमैं शून्य होकर विरम गया।…
समय की पहचान और सफल होने के नुस्खे
मैं समय की पहचान कर रहा हूँ। यह प्रयास विचित्र है। मुझे लगा समय समाज को अतिक्रमित नहीं करता- उसे…
यह कैसा संवाद सखी !
यह कविता तब लिखी थी जब हिन्दी कविता से तुंरत का परिचय हुआ था । स्नातक कक्षा की कविताओं को…
महाराष्ट्र के शनिदेव बनाम असली शनिदेव
महाराष्ट्र के शनिदेव (राज ठाकरे-Raj Thackeray की बात कर रहा हूँ) हमारे असली शनिदेव से ज्यादा खतरनाक हो गए लगते…
समय का शोर
जब ध्वनि असीम होकर सम्मुख होतो कान बंद कर लेना बुद्धिमानी नहींजो ध्वनि का सत्य हैवह असीम ही है। चलोगे…
