Photo: Flickr (Credit: JFXie) |
तुम्हारे लिखने में बड़ा हौसला है।
मेरे जीवन के गीत भी तुम्हीं ने लिखे
प्रणय के स्वप्न तुमने ही अंकित कर दिए
और हृदय के उन तारों को, जो
वर्षों से सोये पड़े थे, तुमने ही
अपनी लेखनी से झंकृत कर दिया।
तुम्हारे लिखने में युगों-युगों की प्यास है
पर आतुरता नहीं,
तुम्हारे लिखने में दृढ़ता है
अनंतकाल की गति की।
तुमने लिखा समाज की
अतिरंजना को पददलित कर,
निहार कर भर आँख
अपनी विचार अभिव्यंजना को
और उतार कर अपने अंतस में
जीवन का विंहसित और सुरभित रूप।
तुम्हारा लिखना
जीवन को सजाना, निहारना
उसमें खो जाना है।
सुंदर रचना है, अभिव्यक्ति का सलीक़ा इसे और सुंदरता देता है।
आपने मेरे चिट्ठे पर एक प्रश्न पूछा था उसके लिए यह पृष्ठ देखें
तकनीक दृष्टा/Tech Prevue
इस रचना में बहुत ही बेहतरीन ढंग से अपने भावों को अभिव्यक्त किया गया है ।
तुम्हारा लिखना
जीवन को सजाना, निहारना
उसमें खो जाना है ।
” नायब , ये पंक्तियाँ मन को छु गयी….”
Regards
bahut hi sundar rachna….
वाह ! मास्साब बहुत सुन्दर !
तुम्हारा लिखना
जीवन को सजाना, निहारना
उसमें खो जाना है ।
in panktiyon par tippani karna bahut hi mushkil haen himanshu
keep writng
बहुत सुंदर कविता कही आप ने
धन्यवाद
तुम्हारे लिखने में युगों-युगों की प्यास है
पर आतुरता नहीं,
तुम्हारे लिखने में दृढ़ता है
अनंतकाल की गति की ।
बहुत सुंदर भाव हैं
तुम्हारा लिखना
जीवन को सजाना, निहारना
उसमें खो जाना है ।
bahut sunder rachana