Love-Roseवह तुम्हारा
मुक्त हृदय था
जिसने मुझे प्यार का
विश्वास दिया,
मैं तुम्हें प्यार करने लगा।

मैं तुम्हें प्यार करता था
अपनी समस्त जड़ता से
ऊपर उठकर
और इसलिये ही
तुम मुक्त हृदय थे।

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Capsule Poetry, Poetry,

Last Update: September 20, 2025

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