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सौन्दर्य लहरी (छन्द संख्या 7-11)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

सौन्दर्य लहरी का हिन्दी भाव रूपांतर क्वणत्कांची दामा करिकलभकुम्भस्तननता ।परिक्षीणा मध्ये परिणतशरच्चन्द्रवदना ॥धनुर्वाणान्पाशं सृणिमाप दधाना करतलैः ।पुरस्तादास्तां नः पुरमथितुराहोपुरुषिका ॥७॥…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (दो)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

माँ के काली स्वरूप की अभ्यर्थना के चार कवित्त पुनः प्रस्तुत हैं। इस भोजपुरी स्तुति काव्य में शुरुआत के आठ…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (एक)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey
9 Min Read

जीवन में ऐसे क्षण अपनी आवृत्ति करने में नहीं चूकते जब जीवन का केन्द्रापसारी बल केन्द्राभिगामी होने लगता है। मेरे…

सखिया आवा उड़ि चलीं – अर्चना जी ने गाया

इसी ब्लॉग पर मेरी इस प्रविष्टि में मैंने और चारुहासिनी ने एक गीत सखिया आवा उड़ि चलीं ओही बनवा हो…

रामजियावन दास बावला: भोजपुरी के तुलसीदास

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

रामजियावन दास बावला को पहली बार सुना था एक मंच पर गाते हुए! ठेठ भोजपुरी में रचा-पगा ठेठ व्यक्तित्व! सहजता…

ध्वनित नारीत्व : शलभ श्रीराम सिंह

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

मृत्यु ! शलभ श्रीराम सिंह जन्म : 05-01-1938 मृत्यु : 22-04-2000 जन्म स्थान : मसोदा, जलालपुर, फैजाबाद (अम्बेडकर नगर), उ०प्र०…