Social Icons

Press ESC to close

आज मिललैं श्याम सावनी विहान में (कजरी 3)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

नाग-पंचमी की शुभकामनाओं सहित कजरी की इस प्रस्तुति के साथ यह कजरी-श्रृंखला समाप्त कर रहा हूँ – आज मिललैं श्याम…

बड़ा लागै नीक सखी ना ..(कजरी 2)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

श्याम हसलैं बोललैं बइठ के नजदीक सखीबड़ा लागै नीक सखी ना ॥ चमकै लिलरा जस अँजोरियादमकै बिजुरी अस दँतुरिया,मोहे अधरन…

सुन्दरियों के गान से विकसित हुआ नमेरु: वृक्ष दोहद-5

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

स्त्रियोचित प्रतिभाओं में सर्वाधिक प्रशंसित और आकर्षित करने वाली प्रतिभा उनका मधु-स्वर-संपृक्त होना है। स्त्री का मधुर स्वर स्वयं में…