Social Icons

Press ESC to close

10

सौन्दर्य लहरी (छन्द संख्या 66-70)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

सौन्दर्य लहरी का हिन्दी काव्यानुवाद कराग्रेण स्पृष्टं तुहिनगिरिणा वत्सलतयागिरीशेनोदस्तं मुहुरधरपानाकुलतया करग्राह्यं शंभोर्मुखमुकुरवृन्तं गिरिसुते कथंकारं ब्रूमस्तव चुबुकमौपम्यरहितम्॥66॥ पाणि सेवात्सल्यवशजिसको दुलारा हिमशिखर नेअधरपानाकुलितजिसकोकिया स्पर्शित…

13

जाग जाये यह मेरा देश (गीतांजलि का भावानुवाद)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

यह देश अपूर्व, अद्भुत क्षमताओं का आगार है। यहाँ जो है, कहीं नहीं है, किन्तु यहाँ जो होता दिख रहा…

72

सुबह की प्रार्थना : निस्सीम ईजीकेल

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

प्रस्तुत है अंग्रेजी कवि निस्सीम ईजीकेल (Nissim Ezekiel) की एक कविता सुबह की प्रार्थना (Morning Prayer) का हिन्दी रूपांतर। जितना…

7

सौन्दर्य लहरी (छन्द संख्या 61-65)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

सौन्दर्य लहरी का हिन्दी काव्यानुवाद प्रकृत्या‌‌ऽऽरक्तायास्तव सुदति दंतच्छदरुचेःप्रवक्ष्ये सादृश्यं जनयतु फलं विद्रुमलतान बिबं तद्बिबं प्रतिफलन रागादरुणितंतुलामध्यारोढुं कथमिव विलज्जते कलया ॥६१॥सुभग…

8

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (सात)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक नयनों के नीर से लिखी हुई पाती है। इसकी भाव भूमिका अनमिल है, अनगढ़ है, अप्रत्याशित है।करुणामयी जगत…