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सुबह की प्रार्थना : निस्सीम ईजीकेल

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

जितना मेरा अध्ययन है उसमें भारतीय अंग्रेजी लेखकों में निस्सीम ईजीकेल का लेखन मुझे अत्यधिक प्रिय है। ईजीकेल स्वातंत्र्योत्तर भारतीय…

सौन्दर्य लहरी (छन्द संख्या 61-65)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

सौन्दर्य लहरी का हिन्दी काव्यानुवाद प्रकृत्या‌‌ऽऽरक्तायास्तव सुदति दंतच्छदरुचेःप्रवक्ष्ये सादृश्यं जनयतु फलं विद्रुमलतान बिबं तद्बिबं प्रतिफलन रागादरुणितंतुलामध्यारोढुं कथमिव विलज्जते कलया ॥६१॥सुभग…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (सात)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक नयनों के नीर से लिखी हुई पाती है। इसकी भाव भूमिका अनमिल है, अनगढ़ है, अप्रत्याशित है।करुणामयी जगत…

शैलबाला शतक: भोजपुरी स्तुति काव्य (छः)

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

शैलबाला शतक भगवती पराम्बा के चरणों में वाक् पुष्पोपहार है। यह स्वतः के प्रयास का प्रतिफलन हो ऐसा कहना अपराध…