नर्गिस की बेनूरी या “गुण ना हेरानो गुणगाहक हेरानो हैं”
इस हिन्दी चिट्ठाकारी में कई अग्रगामी एवं पूर्व-प्रतिष्ठित चिट्ठाकारों की प्रविष्टियाँ सदैव आकृष्ट करती रहतीं हैं कुछ न कुछ लिखने…
इस हिन्दी चिट्ठाकारी में कई अग्रगामी एवं पूर्व-प्रतिष्ठित चिट्ठाकारों की प्रविष्टियाँ सदैव आकृष्ट करती रहतीं हैं कुछ न कुछ लिखने…
निवृत्ति की चाह रहीअथ से भीइति से भी । अथ पर ही अटका मनइति को तो भूल गयागति भी अनजान…
प्रेम के चिह्न नामक इस कहानी ने भीतर तक प्रभावित किया मुझे, बहुत कुछ बदल भी दिया इसने मेरे जीवन…
I am here to sing thee songs. In this hallof thine I have a corner seat. In thy world I…
टिप्पणीकारी केन्द्रित अपने पूर्ववर्ती आलेखों में मैं यह समझने का प्रयास करता रहा कि टिप्पणीकारी का अपना एक निजी सौन्दर्यशास्त्र…
हिन्दी ब्लॉग और टिप्पणीकारी को लेकर पिछली प्रविष्टि में टिप्पणी करने के महत्व एवं टिप्पणी के रूप और रंग पर…