
आशीष त्रिपाठी का काव्य संग्रह शान्ति पर्व
शान्ति पर्व पढ़ गया। किसी पुस्तक को पढ़ कर चुपचाप मन…
गुरु गोरखनाथ की बानी – मेरा गुरु तीन छंद गावै
महान संत, योगी एवं नाथ संप्रदाय के संस्थापक गुरु गोरखनाथ की…
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता या निरंकुशता
अभिव्यक्ति, मनुष्य का नैसर्गिक गुण, जिससे हमारे विचार, हमारी भावनायें और…
नवागत प्रविष्टियाँ
पुस्तक को असमय श्रद्धांजलि (The Premature Obituary of the Book)-7
प्रस्तुत है पेरू के प्रख्यात लेखक मारिओ वर्गास लोसा के एक महत्वपूर्ण, रोचक लेख The Premature Obituary of the Book:…
पुस्तक को असमय श्रद्धांजलि (The Premature Obituary of the Book)-6
प्रस्तुत है पेरू के प्रख्यात लेखक मारिओ वर्गास लोसा के एक महत्वपूर्ण, रोचक लेख का हिन्दी रूपान्तर। ‘लोसा’ साहित्य के…
पुस्तक को असमय श्रद्धांजलि (The Premature Obituary of the Book)-5
वे लोग जो अपनी नियति से ही संतुष्ट हैं, अपने उसी जीवन से संतोष कर लेते हैं जैसा वे जी…
पुस्तक को असमय श्रद्धांजलि: साहित्य क्यों?-4
पुस्तक को असमय श्रद्धांजलि: साहित्य क्यों? – मारिओ वर्गास लोसा साहित्य ने अपनी ग्राह्यता प्रेम इच्छाओं और काम-कलापों में भी…
पुस्तक को असमय श्रद्धांजलि (The Premature Obituary of the Book): 3
The Premature Obituary of the Book : Why Literature? जनसामान्य के उद्भव और उसके लक्ष्य के प्रति चेतना का सृजन…
पुस्तक को असमय श्रद्धांजलि (The Premature Obituary Of The Book): 2
पुस्तक को असमय श्रद्धांजलि: साहित्य क्यों? (Why Literature?) हम ज्ञान के विशिष्टीकरण के युग में रह रहे हैं। धन्यवाद देता…