आशीष त्रिपाठी का काव्य संग्रह शान्ति पर्व
शान्ति पर्व पढ़ गया। किसी पुस्तक को पढ़ कर चुपचाप मन…
गुरु गोरखनाथ की बानी – मेरा गुरु तीन छंद गावै
महान संत, योगी एवं नाथ संप्रदाय के संस्थापक गुरु गोरखनाथ की…
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता या निरंकुशता
अभिव्यक्ति, मनुष्य का नैसर्गिक गुण, जिससे हमारे विचार, हमारी भावनायें और…
नवागत प्रविष्टियाँ
सौन्दर्य लहरी (छन्द संख्या 36-40)
सौन्दर्य लहरी संस्कृत के स्तोत्र-साहित्य का गौरव-ग्रंथ व अनुपम काव्योपलब्धि है। आचार्य शंकर की चमत्कृत करने वाली मेधा का दूसरा…
अभीं था दिवस ममालय बीच (गीतांजलि का भावानुवाद)
Geetanjali: Rabindra Nath Tagore A portrait by Samarjit Roy (Licensed Under: CC BY-NC-ND 2.5 IN) When It was day they…
नल दमयंती: प्रथम मिलन
नल दमयंती: तृतीय दृश्य (रनिवास का दृश्य। नल चकित होकर रनिवास देखता है। दमयंती का प्रवेश।) दमयंती: हे वीराग्रणी! आप…
नल दमयंती: प्रारंभ
प्रथम दृश्य (राजमहल का दृश्य। निषध नरेश नल विदर्भ राजकुमारी दमयंती के विवाह के लिए आयोजित स्वयंवर में जाने से…
किसने तुमको कर दिया कैद (गीतांजलि का भावानुवाद)
Geetanjali: Rabindra Nath Tagore Picture By: Samarjit Roy (Licensed: CC BY-NC-ND 2.5 IN) “Prisoner, tell me who was it that…
अविरल गति: वीना की कविता
एक नदी अविरल गति से बहती जा रही थी इठलाती हुई, बलखाती हुई कुछ कहती जा रही थीसबको मोह रही…