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मैथिली शरण गुप्त के जन्मदिवस (3 अगस्त) पर

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

हिन्दी साहित्य के उज्ज्वल नक्षत्र राष्ट्रकवि श्री मैथिली शरण गुप्त का जन्मदिवस है कल। प्रस्तुत है उनका प्रसिद्ध और विख्यात…

मुंशी प्रेमचन्द की कहानी गमी : जन्मदिवस विशेष

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

मुंशी प्रेमचन्द की कहानी गमी मुझे जब कोई काम- जैसे बच्चों को खिलाना, ताश खेलना,, हारमोनियम बजाना, सड़क पर आने…

तुम्हें कौन प्यार करता है ?

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

हे प्रेम-विग्रह !एक द्वन्द्व है अन्तर्मन में,दूर न करोगे ? मेरी चेतना के प्रस्थान-बिन्दु परआकर विराजो, स्नेहसिक्त !कि अनमनेपन से…

तुम्हारी याद आती है चले आओ, चले आओ (तुलसी जयंती पर तुलसी-स्मरण )

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

आज तुलसी जयंती है । इन पंक्तियों के साथ इस विराट पुरुष का स्मरण कर रहा हूँ – अहो, नंदन…

सुकुमारी ने छुआ और खिल उठा प्रियंगु: वृक्ष दोहद-6

Himanshu Pandey By Himanshu Pandey

  प्रियंगु अपनी अनेक संज्ञाओं, यथा फलप्रिया, शुभगा, नन्दिनी, मांगल्य, प्रिया, श्रेयसा, श्यामा, प्रियवल्लि, कृष्णपुष्पी इत्यादि के साथ प्राचीन संस्कृत…