आज की लेखनी (या उसे चिट्ठाकारी कहिये) का गुण है कि वह पठनीय हो कि जटिलताओं के अवकाश को भरने के लिए और दुर्वह स्थितियों से पलायन के लिए वह हमारी सहायता करे। पठनीयता के साथ अपने आप एक विशेषण जुड़ जाता है स्वीकृति का। कोई चिट्ठा अपनी पठनीयता, सम्प्रेषणीयता और स्वीकृति तीनों के सापेक्ष, सामान्य (common) एवं सर्वमान्य मूल्यों की प्रतिष्ठा एक साथ करे कि वह अभिजात एवं जनप्रिय चिट्ठाकारी का उदाहरण बन जाय तो यह करिश्मा है। मुझे लगता है, यह करिश्मा हिन्दी ब्लॉग टिप्स ने कर दिखाया है।
हिन्दी में तकनीकी और वैज्ञानिक लेखन का रंग
आशीष खंडेलवाल तकनीकी चिट्ठाकारी के विषयी एकालाप को तोड़ते हैं। वह अपनी प्रविष्टियों में संतुलन, एकत्व और नियमन का प्रचार करते हैं। वह चिट्ठाकारी की अज्ञानता का आवरण अपनी व्यावहारिक कल्पनाशीलता की मुखर अभिव्यक्ति से भेद डालते हैं। विज्ञान और तकनीक के मौलिक गुण यह चिट्ठा (हिन्दी ब्लॉग टिप्स) स्वाभाविकता से आत्मसात करता है, जैसे- वह व्यवहार और चिंतन को सिद्धांत रूप में बांधकर अस्त-व्यस्त चिट्ठाकारी को क्रम-विकासक और कार्यकार्निक अर्थ देता है। वस्तुतः हिन्दी ब्लॉग टिप्स की सफलता वैज्ञानिक और तकनीकी लेखन (वह भी हिन्दी में) के मर्सिया को रंगीला फाग बना देती है।
प्रशंसकों का दुलारा है यह ब्लॉग
आप हिन्दी ब्लॉग टिप्स पर क्लिक करेंगे तो आपको एक हुजूम दिखेगा- सैकड़ों चिट्ठाकारों का हुजूम जो केवल इसे पढ़कर, इससे लाभान्वित होकर विरम नहीं जाते बल्कि उत्सुक होकर, इसके स्नेह से आप्लावित हो अपनी उपस्थिति भी दर्ज कराते हैं। हिन्दी ब्लॉग टिप्स के प्रशंसक परिवार पर एक दृष्टि डालिए। सौ (हो सकता है मेरे लिखते, लिखते सौ से ज्यादा) प्रशंसकों का समूह आपका अभिवादन करेगा और आपको आमंत्रित करेगा कि आप भी इसी जमात में ख़ुद को शामिल कर लीजिये।अपनी चिट्ठाकारी की लघु-अवधि में किसी एक ब्लॉग के इतने प्रशंसक मैंने नहीं देखे (आपने देखे हों तो लिंक जरूर दें)।
यह और भी महत्वपूर्ण इसलिए है कि चिट्ठाकारों की चर्चा और उस चर्चा से उपजी कथित स्वीकार्यता/ अस्वीकार्यता को मुँह चिढाता यह ब्लॉग सौ या सौ से अधिक लोगों के साथ चुपचाप ब्लोगरी की हलचल देखता है और क्रमशः परिपूर्णता व चरितार्थता की रक्षा के लिए प्रयत्नशील रहता है।
तो क्यों न हिन्दी ब्लॉग टिप्स को चिट्ठाकारों के सर्जनात्मक प्रयत्नों का सामूहिक बोध कहा जाय? आमंत्रण है।
- मेरी ओर से: बधाई आशीष जी, बधाई हिन्दी ब्लॉग टिप्स।
- कुश से कह रहा हूँ (गर पढ़ें इसे): गिनतियाँ बहुत गिनते हैं आप। मेरी इस पोस्ट में हिन्दी ब्लॉग टिप्स की आवृत्ति मत गिनना।
- चिट्ठा चर्चा से आर पार: इस पोस्ट को शामिल किए बिना काम न चलेगा।
himanshu ji aap ne sahi kaha Ashish ji ki site se kuch hi din mein bahut kuchh seekha hai-na sirf mainNe balki shayad aur bhi kayee non-IT-technical logon ne aur Ashish ji ke prayason ki sarahan kartey hue main bhi unhen badhayee deti hun is shubhkamana ke saath ki un ke aur bhi fans judey kyun ki is mein un ka fayda hai kyun ki is site se bahut seekhne ko mila aur nayee jankaiyan bhi milin–main 4-5 mahino se audio player code dhoondh rahi thi–audio blog wale bloggers ko bhi poochha magar kisi ne nahin bataya-e-pandit par article se pickle players ka maluum hua phir wohi use kiya–aakhir mein Ashish ji ki ek post se mujhey wah code mila-is tarah aur bhi kaye widget jo net par jarur hongey lekin is blog par kahin bhatkey bina mil jaatey hain jis sey koi bhi sadharan blogger apne blog ko hi-tech bana sakta hai-dhnywaad
हिन्दी ब्लोग जगत की रीढ है आशीष जी
हिमांशु जी, आपकी बधाई स्वीकार्य है, लेकिन इस बधाई का श्रेय मुझे नहीं बल्कि संपूर्ण हिन्दी ब्लॉग संसार को दिया जाना चाहिए। हिन्दी ब्लॉग टिप्स एक परिवार है सभी प्रशंसकों का और दूसरे पाठकों का, जो यहां आते हैं और अपने सुझाव देकर इसे निखारते जाते हैं। अपनी जरूरतें बताते हैं और हिन्दी ब्लॉग संसार को तकनीकी रूप से थोड़ा-बहुत निखारने में मेरी मदद करते हैं। मैं प्रशंसकों (followers) की संख्या को किसी ब्लॉग की सफलता का आधार नहीं मानता। पर इतना जरूर है कि यह संख्या मुझे निश्चित तौर पर लगातार अच्छी सामग्री पेश करने के लिए प्रेरित करती रहती है। और आप तो हमेशा ही मुझे प्रेरणा देते हैं।
अल्पना जी और नरेश जी का भी उत्साहवर्द्धन के लिए शुक्रिया ..
ashish vakai bahut achcha kaam karrahey haen
बहुत धन्यवाद जी यह लेखन के लिये। हिन्दी में ब्लॉग के तकनीकी पक्ष को ले कर सही साट ब्लॉग्स बहुत जरूरी हैं, और तब जब चिठेरे बढ़ रहे हैं।
आशीष जी हिन्दी ब्लॉग जगत के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं ..मैंने तो बहुत सी बातें इनके ब्लॉग के द्वारा ही सीखी है ..बधाई
वाकई बेहतरीन ब्लॉग है यह .
आशीष जी को बधाई!
सच कहा .ऐसे ब्लॉग की हिन्दी चिट्ठे जगत को बेहद जरुरत थी जिसमे नियमित तौर पर कुछ तकनिकी कारणों पर बात होती रहे ……पाठको का जुड़ना स्वाभाविक है…… कम से कम मुझ जैसे अतकनीकी आदमी को बेहद लाभ मिला है
आशीष जी
हिन्दी ब्लॉग जगत के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं
आप के सहयोग से हिन्दी ब्लोग्स के प्रसार मैं वृद्धि हो रही है
हिन्दी ब्लॉग के कर्मयोगी को नमस्कार
सच कहा है आपने !!!!हिमांशु जी!!
बहुत बढ़िया कम कर रहे हैं आशीष जी!!! और हिन्दी ब्लॉग टिप्स !!
मैं तो अक्सर अपनी समस्यायों के कारन उनको मेल भेज कर मदद लेता रहा हूँ!!! काफी कुछ सीख भी लिया है!!!
और हाँ अगर हिन्दी ब्लॉग टिप्स भी कम्मुनिटी ब्लॉग हो गया हो ……. जैसा कि समझ में आ रहा है !!!
तो मैं उम्मीद करूंगा की मै भी जरूर …… उसमे शामिल होऊं!!!!
मजाक को गंभीरता से लीजियेगा!!!
एक बार फ़िर कह रहा हूँ कि गंभीरता से लीजियेगा!!!!!