आओ चलो, दीप रखते हैं (कविता)
आओ चलो, दीप रखते हैं कविता जीवन के हर उस कोने…
Arattai – संदेश और संवाद माध्यमों का स्वदेशी संस्करण
आत्मनिर्भर भारत के गुंजित स्वर में प्रधानमंत्री के स्वदेशी अपनाने के…
आशीष त्रिपाठी का काव्य संग्रह शान्ति पर्व
शान्ति पर्व पढ़ गया। किसी पुस्तक को पढ़ कर चुपचाप मन…
नवागत प्रविष्टियाँ
एन०वी० कृष्ण वारियर की कविता: सूरज की मृत्यु
आज एन०वी० कृष्ण वारियर (N. V. Krishna Warrier) का जन्मदिवस है। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित एन०वी० कृष्ण वारियर मलयालम…
भोर की हवा और मेरी नियति
हमेशा बाहर की खिड़की से एक हवा आती है- भोर की हवा, और चुपचाप कोई न कोई संदेश सुना जाती…
हा धिक! बीत रहा तट पर ही मन्थर समय हमारा (गीतांजलि का भावानुवाद)
I must launch out my boat. Thelanguid hours past by on the shore-Alas for me ! The spring has done…
दवा उनकी भी आजमा कर तो देखो
उन्हें नब्ज अपनी थमा कर तो देखो दवा उनकी भी आजमा कर तो देखो । अभीं पीठ कर अपनी बैठे…
न गयी तेरी गरीबी तुम्हें माँगने न आया
न गयी तेरी गरीबी तुम्हें माँगने न आया खूँटी पर उसके कपड़ा तुम्हें टाँगने न आया । दिन इतना चढ़…
प्रेम के चिह्न
प्रेम के चिह्न नामक इस कहानी ने भीतर तक प्रभावित किया मुझे, बहुत कुछ बदल भी दिया इसने मेरे जीवन…